इजराइल-ईरान युद्ध: अमेरिका ने कई बार जश्न मनाया... इजराइल ने आखिरकार ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को लक्ष्य बना ही लिया।
ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज़, संवाददाता) ।
ईरान में घुसकर शनिवार को इजरायल की सेना ने बड़े पैमाने पर हमले का दावा किया है। दोनों पक्षों के अपने-अपने तर्क हैं। इसी बीच, न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, इजरायल ने ईरान के एक परमाणु ठिकाने को भी निशाना बनाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तेहरान के दक्षिण-पूर्व में एक गुप्त सैन्य अड्डे की सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया गया। एक विशेषज्ञ के अनुसार, यह ठिकाना पहले ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम से जुड़ा हुआ था। इजरायल ने अमेरिका से यह वादा किया था कि वह ईरान से बदला जरूर लेगा, लेकिन उसके परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करेगा।
सेटेलाइट इमेज से बड़ा दावा
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक में, बेंजामिन नेतन्याहू ने आश्वासन दिया था कि ईरान में तेल संयंत्रों और न्यूक्लियर प्लांट को लक्षित नहीं किया जाएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साइट पर ईरान पहले बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम भी चला चुका है। सेटेलाइट तस्वीरों से यहां हमले की पुष्टि हुई है। ईरान हमेशा से कहता आया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, लेकिन IAEA सहित पश्चिमी देशों का मानना है कि तेहरान सक्रिय रूप से परमाणु कार्यक्रम में संलग्न है। इजरायली हमले में चार ईरानी सैनिकों के मारे जाने की सूचना है।
बदला लेगा ईरान
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक दिन पहले कहा था कि इजरायली हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए। उन्होंने इजरायल पर जवाबी हमले की बात कही थी। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन हमलों को सफल बताते हुए कहा कि इससे ईरान की सेना को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
इजरायल-ईरान आपस में क्यों उलझे?
दोनों देश तब उलझ गए जब हमास के प्रमुख नेता इस्माइल हानिया की हत्या ईरान की राजधानी तेहरान में की गई। हानिया तेहरान में एक औपचारिक दौरे पर थे जब उन्हें होटल में बम धमाके से मार दिया गया। इसके बाद ईरान ने इस हत्या का दोष इजरायल पर लगाते हुए उस पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों का जवाब देते हुए, इजरायल ने पिछले शनिवार को ईरान को लक्षित किया।