गलगोटिया कॉलेज और अल्ट्राटेक सीमेंट आधुनिक सेंटर आफ एक्सीलेंस की करेगा स्थापना
- Sep-13-2025
ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज, संवाददाता) ।
गलगोटिया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा ने अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के अंतर्गत कॉलेज में एक अत्याधुनिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी, जिसका उद्देश्य सिविल इंजीनियरिंग, सामग्री विज्ञान तथा टिकाऊ निर्माण तकनीकों के क्षेत्र में अनुसंधान, कौशल विकास और शिक्षा में औद्योगिक को बढ़ावा देना है।
यह समारोह की अध्यक्षता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के मुख्य अभियंता डॉ. राजीव गुप्ता ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अनुकरणीय उदाहरण है कि किस प्रकार उद्योग और शिक्षण संस्थान मिलकर तकनीकी प्रगति और स्थायित्व को बढ़ावा दे सकते हैं।
उन्होने श्रेष्ठता केंद्र की स्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह संस्थान के अनुसंधान परिवेश को समृद्ध करेगा और मल्टीडिसीपलिनरी प्रोजेक्ट को प्रोत्साहित करेगा।
इस अवसर पर अल्ट्राटेक सीमेंट के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री विवेक जैन, संयुक्त अध्यक्ष, उत्तर क्षेत्र एवं इंजीनियर राहुल गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, भी उपस्थित रहे।
इस आयोजन में संकाय सदस्य, छात्रगण एवं उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो इस पहल की व्यापक स्वीकृति और प्रासंगिकता को दर्शाता है।
गलगोटियाज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि ष्यह सहयोग हमारे संस्थान के उस मिशन को सशक्त करता है, जिसके अंतर्गत हम छात्रों को शैक्षणिक रूप से सक्षम और उद्योग के लिए तैयार नेतृत्वकर्ता के रूप में विकसित कर रहे हैं।
श्री विवेक जैन ने कहा ष्अल्ट्राटेक का विश्वास है कि नवाचार और सस्टेनेबिलिटी के माध्यम से हम भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। यह साझेदारी छात्रों को व्यावहारिक अनुभव, अनुसंधान के अवसर और नवीनतम औद्योगिक प्रक्रियाओं से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगी।
इंजीनियर राहुल गोयल ने कहा कि इस पहल से छात्रों को अत्याधुनिक तकनीकों, अनुसंधान अवसरों और उद्योग मेंटरशिप का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी रोज़गार योग्यता में वृद्धि होगी और वे निर्माण क्षेत्र में बेहतर योगदान दे सकेंगे।
गलगोटिया प्रशासन ने इस साझेदारी के महत्व को बताते हुये प्रमुख लक्ष्यों की रेखांकित किया। सीमेंट एवं कंक्रीट प्रौद्योगिकी में उन्नत अनुसंधान, टिकाऊ निर्माण तकनीकों पर केंद्रित परियोजनाएँ, छात्रों एवं संकाय के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएँ एवं प्रमाणन संस्थान एवं अल्ट्राटेक के विशेषज्ञों के मध्य संयुक्त अनुसंधान प्रोजेक्ट पर काम किया जाना है।