दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नो डिटेंशन पॉलिसी हटने से परीक्षा परिणामों में गिरावट
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पिछले साल आठवीं तक के छात्रों के लिए लागू नो डिटेंशन पॉलिसी को हटा दिया गया है। इस बदलाव के बाद से परीक्षा परिणामों में भारी गिरावट देखी जा रही है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 के परिणामों के अनुसार, आठवीं कक्षा में 46,622 विद्यार्थी फेल हो गए हैं। यह जानकारी सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त हुई है।
इसके अलावा, नौवीं कक्षा में एक लाख से अधिक और 11वीं कक्षा में 50 हजार से अधिक छात्र फेल हुए हैं। दिल्ली में कुल 1,050 सरकारी स्कूल और 37 डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस हैं। हालांकि, शिक्षा निदेशालय से शैक्षणिक सत्र 2023-24 में आठवीं, नौवीं और 11वीं कक्षा के नामांकित छात्रों की जानकारी मांगी गई थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
नो डिटेंशन पॉलिसी का अर्थ है कि कक्षा आठ तक के छात्रों को फेल नहीं किया जाएगा, लेकिन अब इस पॉलिसी के हटने से पांचवीं से आठवीं कक्षा के छात्रों को वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर अगली कक्षा में प्रोन्नत नहीं किया जाएगा। हालांकि, उन्हें दो माह के अंदर फिर से परीक्षा देकर पास होने का एक और मौका मिलेगा। परीक्षा में पास होने के लिए प्रत्येक विषय में 25 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर छात्रों को रिपीट श्रेणी में डाल दिया जाएगा, जिसका मतलब है कि उन्हें अगले सत्र तक उसी कक्षा में रहना होगा।