राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर भाजपा का निशाना, इल्हान उमर से मुलाकात पर विवाद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं, जहां वह विभिन्न मुद्दों पर भाजपा और केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे हैं। इस बीच, भाजपा ने राहुल गांधी की कुछ विवादास्पद मुलाकातों को लेकर उन पर और कांग्रेस पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी अमेरिका में कई समुदायों के नेताओं से मिल रहे हैं, जिनमें भारत विरोधी रुख वाली अमेरिकी सांसद इल्हान उमर भी शामिल हैं। इस मुलाकात की तस्वीरें सामने आने पर भाजपा ने इसे मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाए। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने इल्हान उमर से मुलाकात की, जो पाकिस्तान समर्थित भारत विरोधी गतिविधियों का समर्थन करती हैं और कश्मीर की आजादी की पैरोकार हैं। उन्होंने कांग्रेस पर भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया।
भाजपा नेता निशिकांत दुबे का तीखा प्रहार
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी इस मुलाकात की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि इल्हान उमर, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का समर्थन करती हैं, उनसे मिलकर राहुल गांधी अमेरिकी समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी पर सत्ता की जल्दबाजी का आरोप
भाजपा नेता संजू वर्मा ने भी राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह सत्ता में आने के लिए इतने उत्सुक हैं कि कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा वाली इल्हान उमर से मिल रहे हैं।
राहुल गांधी को लेकर पाकिस्तान और पन्नू की प्रशंसा
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वह पहले भारतीय नेता प्रतिपक्ष हैं, जिन्होंने भारत विरोधी सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पहले भी संयुक्त राष्ट्र में राहुल गांधी के बयान का इस्तेमाल किया था, और अब खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी उनकी प्रशंसा की है।
पन्नू की प्रतिक्रिया
खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत में सिखों की स्थिति पर साहसिक बयान दिया है, जो 1947 के बाद से सिखों पर हो रहे अत्याचारों को उजागर करता है। पन्नू ने इसे पंजाब की आजादी के लिए उनके संघर्ष के समर्थन में बताया।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाया कि वह कुछ धर्मों और समुदायों को अन्य से कमतर मानता है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई राजनीति की नहीं, बल्कि समानता की है, जो सभी धर्मों के अधिकारों के लिए है।