वायु प्रदूषण: सबसे ज्यादा नुकसान फेफड़ों को, आयुर्वेद से ऐसे करें शुद्धिकरण  

ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज़,संवाददाता ) ।

प्रदूषण का सबसे गंभीर प्रभाव हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। आयुर्वेदिक उपायों से फेफड़ों को डिटॉक्स करना संभव है। आइए जानें कैसे आप आयुर्वेद के माध्यम से अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं और उन्हें शुद्ध कर सकते हैं।

दिल्ली की हवा दिन-ब-दिन अधिक जहरीली होती जा रही है। आज हम आपको बताएंगे कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कितना बढ़ चुका है। दिल्ली के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 506, 473, 472, 471 तक पहुंच गया है। इतनी खतरनाक हवा में लोग सांस कैसे ले रहे हैं? दिल्लीवासियों का सवाल यही है कि बिना शुद्ध हवा के जीवन कैसे संभव है? शहर इतनी घनी धुंध में लिपटा हुआ है कि आंखों, नाक और कान के रास्ते प्रदूषण शरीर में प्रवेश कर रहा है।**  

राजधानी के 14 क्षेत्रों में AQI साढ़े चार सौ से अधिक

दिल्ली के 14 इलाकों में AQI 450 से भी ऊपर पहुंच चुका है। जहांगीरपुरी का AQI कल सुबह 500 के आंकड़े को पार कर गया था। कुछ लोग इसके लिए पराली के धुएं को दोषी ठहराते हैं, तो कुछ का मानना है कि वाहनों से निकलने वाले धुएं का इसमें बड़ा हाथ है। कई लोग फैक्ट्रियों और निर्माण कार्यों को भी प्रदूषण की अहम वजह मानते हैं।

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