केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने एनएसडीसी इंटरनेशनल एकेडमी का किया शुभारम्भ....प्रशिक्षित होकर देश के बच्चे विदेशों में भी देश का करेंगे नाम
- Feb-07-2025
ग्रेटर नोएडा/ जी एन न्यूज संवाददाता:
ग्रेटर नोएडा। केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने ग्रेटर नोएडा में एनएसडीसी इंटरनेशनल एकेडमी का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्राइवेट सेक्टर के संस्थाओं के साथ तालमाल बनाते हुए यहां के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है। जापनीज, जर्मन और इंग्लिश की सीखने की सुविधा मिलेगी। एविएशन के साथ नर्सिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसका यूरोप में इसकी बहुत मांग है। जापान में मांग है। यहां के प्रशिक्षित होंगे और यहों पर परीक्षाएं भी दे सकेंगे। जर्मन का एक ग्रुप यहां से आज गया है सबको विश्वास है कि देश के बच्चे बाहर जा कर नाम करा रहे हैं। देश की प्रतिभा है, देश के जो संस्कार हैं, हमारे समाज की जो आवश्यकता है हमेशा उनके साथ रहेगी। एनएसडीसी को हम और अधिक ताकत देगें। 2014 से कौशल मंत्रालय का गठन किया, 16 मिलियन लोगों को ट्रेड करते हैं। जन शिक्षण संस्थान है जो बुनियादी सेवाएं है उन तक पहुंचा रहे हैं। जिनकी फैक्ट्रियां हैं उनके लिए युवाओं के लिए हमेशा दरवाजे खुले रहे उनके लिए हमारा मंत्रालय काम कर रहा है। यहां के बच्चे प्रशिक्षित होकर 2047 तक विकसित भारत के योगदान देंगे।
उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि यहां का शानदार इमारत, हार्डवेयर बढ़िया है और सॉफ्टवेयर भी अच्छा है। सकारात्मक मुस्कुराते चेहरों को देखकर मुझे बहुत खुशी होती है, बच्चे बहुत उत्साहित होते हैं। हम आज जर्मनी के लिए एक जत्थे को हरी झंडी दिखा रहे थे। जैसा कि आपने सुना, वे सभी अलग-अलग पृष्ठभूमि से आते हैं। एक लड़का मऊ से था, लड़की पूर्वोत्तर से थी, उन सभी की यहां तक पहुंचने की अपनी-अपनी कहानियां हैं। और हमें यह समझना होगा। ये बच्चे आज इस मंच पर गवाही देने में सक्षम हैं, यह उस तरह की यात्रा का एक प्रमाण है, जिस तरह का आत्मविश्वास इनका दिखा है उससे साबित होता है ग्रामीण व मध्यम वर्ग परिवार के बच्चे आगे जा सकते हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कौशल को लेकर बहुत गंभीर हैं और हमारा मंत्रालय जो हासिल कर रहा है उस पर उन्हें गर्व है। पिछले बजट में घोषित कौशल भारत कार्यक्रम और आईटीआई कायाकल्प कार्यक्रम का हमारे युवाओं को कौशल प्रदान करने की हमारी क्षमता बढ़ाने में बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सीईओ वेद मणि तिवारी ने कहा कि भारत को वैश्विक कौशल राजधानी बनाने की हमारी यात्रा में, आज एक महत्वपूर्ण क्षण है। विश्व आर्थिक मंच की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 25 वर्षों में 100 करोड़ लोग वैश्विक कार्यबल में शामिल होंगे, जिनमें हर तीसरा और चौथा व्यक्ति होगा। आने वाला वर्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख भूमिका निभाए और डॉलर अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे। इस केंद्र में जर्मनी, जापान, इज़राइल और यूके में करियर के लिए तैयार करती है।
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