नोएडा-ग्रेटर नोएडा में हवा हुई बेहद खराब,  प्राधिकरण ने एंटी स्मॉग गन से शुरू की सड़कों की धुलाई

ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज, संवाददाता )  :

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार चिंताजनक बना हुआ है, और इसी कड़ी में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा की हवा में भी आज जहर घुला नजर आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 331 दर्ज किया गया, जो 'बेहद खराब' (Very Poor) श्रेणी में आता है। वहीं, ग्रेटर नोएडा का AQI भी 275 रहा, जो 'खराब' श्रेणी से ऊपर है।
बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए, गौतमबुद्धनगर के दोनों शहरों के लिए अब आपातकालीन उपाय लागू कर दिए गए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस जानलेवा हवा से निपटने के लिए तेजी से कदम उठा रहा है। सड़कों और पेड़ों पर जमी धूल और प्रदूषित कणों को हटाने के लिए प्राधिकरण ने एंटी-स्मॉग गन (Anti-Smog Gun) का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
प्राधिकरण की टीमें प्रमुख सड़कों और पेड़ों पर पानी की वर्षा कर रही हैं, ताकि हवा में मौजूद महीन कण नीचे बैठ जाएं और प्रदूषण का स्तर कुछ हद तक नियंत्रित हो सके। यह उपाय विशेष रूप से धूल के कणों से होने वाले प्रदूषण को कम करने पर केंद्रित है।
प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों में, प्राधिकरण की टीमें कूड़ा जलाने, खुले में निर्माण सामग्री रखने और निर्माण स्थलों पर धूल-रोधी उपायों की अनदेखी करने वालों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। 
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस ‘जहरीली हवा’ के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आँखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञ बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को एहतियात बरतने और बेवजह घर से बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं।
 

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