राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, गौतमबुद्ध नगर जिले में बाल स्वयंसेवकों का पथ संचलन , साथ ही गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबज़ादों के अमर बलिदान का स्मरण किया
ग्रेटर नोएडा/ जी एन न्यूज संवाददाता।
ग्रेटर नोएडा। बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बाल स्वयंसेवकों ने गौतमबुद्धनगर जिले की सभी चौदह इकाइयों के अलग अलग स्थानों पर भव्य बाल पथ संचलन का आयोजन किया गया ।
पथ संचलन के उपरांत आयोजित मंचीय कार्यक्रम में बाल स्वयंसेवकों ने सुभाषित, अमृत वचन वाचन और एकल गण गायन प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों को राष्ट्र प्रेम से प्रेरित किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण संघ अधिकारियों का ओजपूर्ण और प्रेरणादायक संबोधन रहा। इसी क्रम में सतेंद्र जी ने अपने उद्बोधन में सिख पंथ के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी, और उनके चार साहेबजादों के अदम्य साहस और बलिदान को स्मरण करवाते हुए कहा कि उनके त्याग और वीरता से हमें अपने जीवन में प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों को संदेश दिया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें सच्चे नायकों और उनके जीवन के महान आदर्शों से परिचित कराना चाहिए।
ज़िला कार्यवाह राजकुमार जी ने जोर देते हुए कहा, "आज की पीढ़ी को अपने पूर्वजों की संस्कृति और संस्कारों से जोड़ना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। गुरु गोविंद सिंह जी और उनके साहेबजादों का जीवन हमें धर्म, संस्कृति और देश की रक्षा के लिए प्रेरित करता है।"
ज़िले के कार्यक्रमों के दौरान बाल स्वयंसेवकों के लिए जलपान की विशेष व्यवस्था की गई। साथ ही उनके ज्ञान और अध्ययनशीलता को बढ़ाने के लिए बाल साहित्य का भी वितरण किया गया। बाल साहित्य के माध्यम से संघ के आगामी पंच परिवर्तन विषय (पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य बोध , स्व का आत्मभाव, कुटुंब प्रबोधन और समरसता) को अपने जीवन में उतारने का आग्रह उपस्थित समाज से किया गया।
इस आयोजन में ज़िले की हर ईकाई में सैंकड़ों की संख्या में गणवेश के साथ बाल स्वयंसेवकों और समाज से मातृशक्ति और सज्जन शक्ति ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस आयोजन ने न केवल बच्चों बल्कि समाज के हर वर्ग को भारतीय संस्कृति और संस्कारों को आत्मसात् करने के लिए प्रेरित किया। बाल पथ संचलन कार्यक्रम में नोएडा और ग्रेटर नोएडा से विभाग और ज़िला कार्यकारिणी के सभी कार्यकारिणी सदस्य के साथ विभाग प्रचारक और ज़िला प्रचारक जी की उपस्थिति रही । इस अवसर पर उपस्थित समाज के बुद्धिजीवियों और अभिभावकों ने संघ के उद्देश्यों और कार्यों की सराहना की।