लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (फार्मेसी) में आज “एम्ब्रेसिंग एआई इन फार्मा” विषय पर पाँचवें वार्षिक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ भव्य आयोजन

ग्रेटर नोएडा/ जी एन न्यूज भारत संवाददाता:


ग्रेटर नोएडा स्थित लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (फार्मेसी) में आज “एम्ब्रेसिंग एआई इन फार्मा” विषय पर पाँचवें वार्षिक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य और सफल आयोजन किया गया। यह प्रतिष्ठित सम्मेलन लॉयड ग्रुप (फार्मेसी) तथा आईबीएम बिज़नेस एनालिटिक्स लैब के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य फार्मा शिक्षा, अनुसंधान और उद्योग क्षेत्र में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) के नवाचारों को समझना, बढ़ावा देना और अपनाना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी. पी. सिंह (एजुकेशन एडवाइजर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार), जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. जी. एन. सिंह( एडवाइजर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार/पूर्व ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) ने की। गेस्ट ऑफ इमिनेंस के रूप में विपुल गुप्ता (सिप्ला), डॉ. आर. के. खार (पूर्व डीन, जामिया हमदर्द) और प्रो. रमेश कुमार गोयल (पूर्व कुलपति, डीपीएसआरयू) उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं लॉयड (फार्मेसी) के विद्यार्थियों द्वारा स्वागत डांस  के साथ हुआ, जिसने सम्मेलन के वातावरण को गरिमा एवं उत्साह से भर दिया। लॉयड ग्रुप की चीफ स्ट्रैटेजिस्ट ऑफिसरऔर हेड ग्रोथ, डॉ. वंदना अरोड़ा सेठी ने बताया कि यह सम्मेलन देश-विदेश के विशिष्ट शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों को एक साझा मंच प्रदान करता है, जहाँ वे अपने अनुभवों, शोध निष्कर्षों और नवाचारपूर्ण दृष्टिकोण को साझा करते हैं।
यह हमारा पाँचवाँ वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, इस वर्ष का विषय “रिडिफाइनिंग एजुकेशन, रिसर्च एंड इंडस्ट्री थ्रू इंटेलिजेंट इनोवेशन”
सिर्फ एक थीम नहीं, बल्कि फार्मा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के भविष्य की दिशा को दर्शाने वाला विज़न है।कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज केवल एक तकनीक नहीं, बल्कि एक परिवर्तनकारी शक्ति बन चुकी है। एआई अब दवाओं की खोज, डिलीवरी सिस्टम के डिज़ाइन, पर्सनलाइज़्ड मेडिसिन, रोग-निदान, गुणवत्ता नियंत्रण, और रेगुलेटरी सिस्टम—हर क्षेत्र में क्रांति ला रहा है। ऐसे समय में इस सम्मेलन का आयोजन अत्यंत सार्थक है, क्योंकि यह मंच हमें ज्ञान, नवाचार और वैश्विक सहयोग की नई संभावनाएँ प्रदान करता है।
मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस सम्मेलन में भारत के 14 राज्यों और 100 से अधिक विश्वविद्यालयों -जैसे जामिया हमदर्द, डीपीएसआरयू, जामिया मिलिया इस्लामिया, नाइपर, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, एलएनसीटी यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी आदि के 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। इस सम्मेलन में 500 से अधिक शोध पत्र और पोस्टर प्रस्तुत किए गए।
सम्मेलन में चार प्रमुख  प्लेनरी सेशन्स  आयोजित  किया  गया।
प्लेनरी सेशन-1-एआई-असिस्टेड ड्रग डिलीवरी
प्लेनरी सेशन-2- डेटा-आधारित डोज़ेज़ फॉर्म्स
प्लेनरी सेशन-3-हेल्थकेयर में एआई के अनुप्रयोग प्लेनरी सेशन-4 -ग्लोबल फार्मा रेगुलेशन्स में एआई की भूमिका जिनमें प्रो. रूप खार, प्रो. वंदना बी. पात्रावले, प्रो. संजु नंदा, डॉ. त्रिदेव सास्त्री, डॉ. जय प्रकाश, प्रो. हरविंदर पॉपिल,  भानुसाहेब पाटिल, डॉ. राजेश अग्रवाल, गीता‍ंजलि पंकज बेक्टोर, प्रो. कमला पाठक और प्रो. विजय भल्ला जैसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। इसके साथ ही दो पैनल डिस्कशन भी आयोजित किए गए, जिनमें मीनल भट्ट, डॉ. सौरभ अरोड़ा, डॉ. खालिद रज़ा और अन्य उद्योग विशेषज्ञों ने एआई के भविष्य, चुनौतियों और फार्मा सेक्टर में इसकी व्यवहारिक संभावनाओं पर चर्चा की। इस आयोजन में 55 से अधिक स्पीकर्स  और इवैल्युएटर्स ने योगदान दिया। सम्मेलन के दौरान प्रोफ़ेसर वंदना बी. पत्रावले  को “एक्ज़ेम्प्लरी फ़ार्मेसी प्रोफेशनल अवार्ड” से सम्मानित किया गया। इसी अवसर पर प्रोफ़ेसर अरुण नंदा, विभाग फ़ार्मास्यूटिकल साइंस, एम.डी.यू. रोहतक को “लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया। बेस्ट पेपर एंड बेस्ट पोस्टर प्रेजेंटेशन के लिए प्रतिभागियों को अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन किया गया और चयनित शोध पत्रों को  स्कोपस इंडेक्स्ड जर्नल में प्रकाशन की घोषणा की गई यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन फार्मेसी, स्वास्थ्य सेवा, अनुसंधान और उद्योग जगत में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तथा नवाचार के समन्वय की दिशा में एक ऐतिहासिक और अत्यंत प्रभावशाली कदम सिद्ध हुआ, जिसने वैश्विक शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को ज्ञान एवं विचार-विमर्श का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया।
 

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