गालगोटियास कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग और कम्युनिकेशन पर आईसीआरटीआईसीसी-2025” अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन।

ग्रेटर नोएडा/जी एन न्यूज भारत भूषण संवाददाता:

गालगोटियास कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (GCET), ग्रेटर नोएडा में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित "इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग और कम्युनिकेशन में हालिया प्रवृत्तियाँ (ICRTICC-2025)" पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक उद्घाटन हुआ। यह सम्मेलन CRC प्रेस, टेलर एंड फ्रांसिस समूह द्वारा प्रायोजित है और SCOPUS में सूचीबद्ध होगा। इस अवसर पर प्रोफेसर (डॉ.) विक्रम बाली, GCET के निदेशक ने सभी अतिथियों, मुख्य वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत किया। इसके बाद सम्मेलन के विषय पर प्रोफेसर (डॉ.) पुष्पा चौधरी, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग की प्रमुख और एलाइड स्पेशलाइज्ड ब्रांचेस (कन्वीनर और सम्मेलन आयोजन अध्यक्ष) ने जानकारी दी। डॉ. पुष्पा ने बताया कि कुल 900 शोध पत्र प्राप्त हुए थे, जिनमें से 285 शोध पत्र स्वीकार किए गए हैं।
गालगोटियास विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया ने सम्मेलन के उद्घाटन पर कहा,"यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि गालगोटियास विश्वविद्यालय में इस महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। ICRTICC-2025 जैसा सम्मेलन जो इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग और कम्युनिकेशन जैसी उभरती तकनीकों पर केंद्रित है, हमारे विश्वविद्यालय के तकनीकी और शैक्षणिक दृष्टिकोण को और मजबूती प्रदान करता है।गालगोटियास विश्वविद्यालय के CEO, डॉ. ध्रुव गालगोटिया ने कहा, "गालगोटिया विश्वविद्यालय हमेशा से शैक्षणिक उत्कृष्टता और तकनीकी नवाचार के लिए प्रतिबद्ध रहा है। ICRTICC-2025 सम्मेलन का आयोजन इसका प्रमाण है कि हम अपनी शोध क्षमता, नवीनतम तकनीकी विकास और शिक्षण पद्धतियों में लगातार सुधार की दिशा में काम कर रहे हैं। इस सम्मेलन में दुनियाभर से विशेषज्ञ और शोधकर्ता एकत्रित हुए हैं, जो हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होंगे। तकनीकी क्षेत्र में हो रहे बदलावों के बारे में जानकर हमें गर्व है कि गालगोटियास विश्वविद्यालय इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। सम्मेलन में प्रमुख वक्ताओं द्वारा महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए। इनमें प्रोफेसर (डॉ.) अवधेश कुमार, प्रो वाइस चांसलर, गालगोटियास विश्वविद्यालय, प्रोफेसर (डॉ.) के. मलिकर्जुना बाबू, वाइस चांसलर, गालगोटियास विश्वविद्यालय विशेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मानित अतिथि डॉ. देव प्रकाश विद्यार्थी, प्रोफेसर, जेएनयू दिल्ली ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), एक्सटेंडेड रियलिटी (XR) और सुपर इंटेलिजेंस जैसी उभरती तकनीकों पर प्रकाश डाला। डॉ. विक्रांत सिंह, जॉइंट डायरेक्टर, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार ने AI और डिजिटल प्लेटफार्मों के उपयोग पर अपने विचार साझा किए।सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) M. N. डोजा, जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रोफेसर और पूर्व निदेशक, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT), सोनीपत ने प्रतिभागियों को ज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उद्घाटन के बाद प्रमुख वक्ताओं ने इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग, एज कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, और क्लाउड सुरक्षा पर विचार साझा किए। सम्मेलन के दौरान विभिन्न समानांतर तकनीकी सत्रों का आयोजन भी किया गया, जिनमें शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को अपने शोध प्रस्तुत करने का अवसर मिला। इन सत्रों ने उभरती तकनीकों पर सहयोग और विचार-विमर्श को प्रोत्साहित किया। सम्मेलन में विभाग के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे, जिनमें डॉ. पलवी, श्रीमती रितु दीवान, डॉ. अरविंद कुशवाहा, डॉ. रामवीर सिंह, डॉ. साची गुप्ता, और श्रीमती करिश्मा अरोड़ा शामिल थे।सम्मेलन का समापन GCET के प्रबंधन, अधिकारियों, आयोजन समिति और प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह सम्मेलन तकनीकी और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस बात की जानकारी भगवत प्रसाद शर्मापीआरओ गलगोटियास विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) ने दी।
 

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