ग्रेटर नोएडा पुलिस ने धर्मकाटों में चिप लगाकर घटतौली करने वाले 4 शातिर आरोपी किये गिरफ्तार

दनकौर ( आमिर खान, जीएन न्यूज, संवाददाता ) ।

 ग्रेटर नोएडा की स्वाट टीम और दनकौर थाना पुलिस ने मिलकर एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो धर्मकाटों में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाकर रिमोट के जरिए वजन में घटतौली करते थे। SWAT टीम और थाना दनकौर पुलिस के संयुक्त अभियान में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी भारत के विभिन्न राज्यों में धर्मकाटों के मालिकों को पैसा का लालच देकर उनके धर्मकाटों में चिप लगाते थे। ये चिप कनेक्टिंग वायर के जरिए धर्मकांटे से जोड़ी जाती थी और फिर रिमोट के जरिए वजन को कम या ज्यादा किया जा सकता था। इस तरह से ये गिरोह आम लोगों और कंपनियों को लाखों रुपए का चूना लगाता था।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान :
 * कपिल कुमार पुत्र धर्मवीर सिंह (निवासी मेरठ, वर्तमान पता दिल्ली)
 * मनमोहन सिंह पुत्र रतिराम सिंह (निवासी बुलंदशहर, वर्तमान पता दिल्ली)
 * विनय कुमार शर्मा पुत्र उमेश शर्मा (निवासी सोनभद्र, वर्तमान पता मानेसर)
 * धीरज शर्मा पुत्र हरिनंदन शर्मा (निवासी देवरिया, वर्तमान पता मानेसर)

शाद मिया खां डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 67 रिमोट, 30 इलेक्ट्रॉनिक चिप, 1 डेस्कटॉप, 2 यूपीएस, 1 लैपटॉप, 1 फेडमैन किट सेट, 8 लोड सेल ट्रांसड्यूसर, 5 वेट इंडिकेटर, और चिप बनाने में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरण बरामद किए हैं। बरामद चिपों की कीमत 70 से 75 लाख रुपए आंकी गई है, जबकि उपकरणों की कीमत लगभग 5 लाख रुपए है।
आरोपी कपिल ने पूछताछ में बताया कि उसने विनय और धीरज से ऑनलाइन इंडिया मार्ट के जरिए संपर्क किया था और उनसे चिप बनवाई थी। एक चिप को बनाने में 10 से 20 हजार रुपए का खर्च आता था, जिसे वे 5 से 10 लाख रुपए में धर्मकांटा मालिकों को बेचते थे। कपिल का जीजा मनमोहन भी इस गोरखधंधे में शामिल है।
आरोपी विनय शर्मा ने बताया कि वह एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर है और इंडिया मार्ट पर प्रोफाइल बनाकर लोगों से संपर्क करता था। कपिल और मनमोहन ने उससे धर्मकाटों में घटतौली करने के लिए चिप बनाने के लिए कहा था।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
 

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