खुद को पुलिस अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट कर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का भंडाफोड़, आरोपी करोड़ो रुपये की कर चुके है ठगी

नोएडा ( जीएन न्यूज संवाददाता )।

 नोएडा की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े गैंग का खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन पर एक व्यक्ति से 2 करोड़ 39 लाख रुपये से अधिक की ठगी करने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार, दिनांक 15 मई 2025 को लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम थाना नोएडा पुलिस ने जनपद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से मुकेश सक्सेना और अनीस अहमद नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 
घटना का विवरण देते हुए पुलिस ने बताया कि 18 मार्च 2025 को वादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि साइबर अपराधियों ने उन्हें 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया। अपराधियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर वादी को मानव तस्करी जैसे गंभीर और झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी। केस दर्ज होने का भय दिखाकर उन्होंने वादी से 2,39,16,700 रुपये ऐंठ लिए। इस संबंध में थाना साइबर क्राइम नोएडा में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
विवेचना के दौरान, पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए संदिग्ध बैंक खातों को तत्काल फ्रीज कराया। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों, मुकेश सक्सेना (50 वर्ष) और अनीस अहमद (39 वर्ष), ने बताया कि वे कमीशन के लिए फर्जी या किराए के बैंक खाते उपलब्ध करवाते थे। वादी से ठगी गई रकम में से 18 लाख रुपये अभियुक्त मुकेश सक्सेना के खाते में आए थे, जिसे उन्होंने आपस में बांट लिया। पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के खातों से बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के मामले जुड़े हैं। अनीस अहमद के खाते से संबंधित 12 करोड़ रुपये और मुकेश सक्सेना के खाते से संबंधित 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कुल 33 मामले विभिन्न राज्यों में NCRP पोर्टल पर दर्ज पाए गए हैं। इस विशिष्ट मामले में वादी के 6,72,237 रुपये फ्रीज कराए जा चुके हैं और रिफंड की प्रक्रिया जारी है।
 

Others Related News