ग्रेनोवेस्ट में फ्लैटों की रजिस्ट्री, मूलभूत सुविधाओं के लिए नेफोमा ने प्राधिकरण के ओएसडी से की मीटिंग
ग्रेटर नोएडा ( जीएन न्यूज, संवाददाता ) ।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की रेडिकॉन वेदांतम सोसाइटी व एम्स ग्रीन एवेन्यू सोसाइटी की समस्याओं को लेकर आज नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान के प्रतिनिधित्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सौम्या श्रीवास्तव के साथ बैठक की नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने प्रमुख मुद्दों को ओएसडी सौम्या श्रीवास्तव के सामने रखा व उनको पत्र भी सौंपा और दोनों बिल्डरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए करवाई करने की मांग की
रेडिकॉन वेदांतम सेक्टर 16 सी व AIMS ग्रीन एवेन्यू, सेक्टर 4, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी, बिल्डर द्वारा विकसित सोसाइटी में गंदगी मूलभूत सुविधाओं व रजिस्ट्री मालिकाना हक के अभाव में रह रहे है बेसमेंट में कई वर्षों से पानी भरा हुआ है जो बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन क्वालिटी को कमजोर कर रही है
सोसाइटी में ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट OC और कंप्लीशन सर्टिफिकेट CC का अभाव है। इसके बावजूद, इन अनिवार्य कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना निवासियों को कब्ज़ा सौंप दिया गया है। बिल्डर ने इन प्रमाणपत्रों को सुरक्षित करने के लिए कोई स्पष्ट प्रयास नहीं किया है, जिससे निवासियों को अनिश्चित और गैर-अनुपालन स्थिति में छोड़ दिया गया है।
बिना ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (नॉन-ओसी टावर) वाले टावरों में, उचित मीटर कनेक्शन के बिना बिजली की आपूर्ति की जाती है और एक निश्चित दर पर शुल्क लिया जाता है इसके अलावा, जनरेटर बैकअप सिस्टम अक्षम है, बिजली कटौती के दौरान लंबे समय तक देरी होती है, जिससे निवासियों को गंभीर असुविधा होती है।
अधिकांश टावरों में लिफ्ट अक्सर खराब रहती हैं, कई घटनाओं की रिपोर्ट मिली है, जिसमें लिफ्ट एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर फिसल गई, जिससे निवासियों को अत्यधिक परेशानी हुई यह लापरवाही निवासियों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर जोखिम पैदा करती है और तत्काल सुधारात्मक उपायों की मांग करती है।
पार्किंग के लिए निर्धारित निचला बेसमेंट अधूरा है और निवासियों के लिए दुर्गम है वर्तमान में इसका उपयोग सीवेज और अपशिष्ट जल को डंप करने के लिए किया जा रहा है, खंभों के चारों ओर स्थिर पानी भरा है
आवारा कुत्ते परिसर में खुलेआम घूमते हैं, जो बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करते हैं क्योंकि उनके प्रवेश को प्रतिबंधित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं है
बिल्डर क्रेता अनुबंध अभी भी अधूरा है, क्योंकि पार्किंग आवंटन नहीं किया गया है, तथा क्लब हाउस और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं अभी तक प्रदान नहीं की गई हैं।
इन अधूरे प्रावधानों ने निवासियों को निराश किया
सीवेज ट्रीटमेंट और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जैसी बुनियादी सुविधाएँ गायब हैं, जिससे स्थिरता और जीवन स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है पंप और पाइप सहित दोषपूर्ण जल आपूर्ति अवसंरचना निवासियों के दैनिक जीवन को बाधित करती रहती है।
नेपोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया की बिल्डर 15 साल से फ्लैट बायर्स को धोखा दे रहे हैं फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री नहीं कर रहे हैं अथॉरिटी का पैसा नहीं दे रहे हैं और फ्लैट ट्रांसफर करके करोड़ों रुपए एक एक सोसाइटी से कमा रहे हैं निवासी बिना मालिकाना हक आधी अधूरी सुविधा और सोसाइटी में रहने को मजबूर हो रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बाद भी बिल्डरों के कानों में जू नहीं रेंगती, अपने को बचाने के चक्कर अपने स्टाफ चपरासी, क्लर्क को कंपनी का डायरेक्टर बना कर अपना पल्ला झाड़ रहे है जबकि प्राधिकरण से जमीन तो बिल्डरों ने ली थी जमीन लीज पर है अपना पल्ला बिल्डर कैसे झाड सकता है
ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने निवासियों की समस्याओं को ध्यानपुर्वक सुना और निराकरण का विश्वास दिलाया उन्होंने यह भी किया कहा कि जल्द बिल्डर और फ्लैट बायर्स की मीटिंग कराई जाएगी और बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन क्वालिटी की भी जांच कराई जाएगी मीटिंग में बिल्डर मैनेजर स्नेह लता भी मौजूद रही
मीटिंग में अन्नू खान, उमेश सिंह, अनूप कुमार, पंकज पैसल, अचिंत कुमार, ए० डी ० शंकर, अखिलेश सिंह, नरेंद्र रावत, शीतल कुमार मौर्य, नागेश गोला आदि फ्लैट निवासी उपस्थित रहे ।